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खांसी का इलाज घरेलू

खांसी का इलाज घरेलू करना एक प्राचीन और प्रचलित तरीका है। यहाँ कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं जो खांसी को आराम देने में मदद कर सकते हैं

Table of Contents

शहद और अदरक का मिश्रण

                 शहद और अदरक का मिश्रण खांसी के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। इस मिश्रण को तैयार करना और सेवन करना बहुत ही आसान है। यहाँ इसकी विस्तृत विधि दी गई है

शहद और अदरक का मिश्रण तैयार करने की विधि

सामग्री:

  • ताजा अदरक का एक छोटा टुकड़ा (1-2 इंच)
  • 1-2 चम्मच शहद

विधि:

  1. अदरक का रस निकालना:

    • सबसे पहले, अदरक का छोटा टुकड़ा लें और उसे अच्छी तरह धो लें।
    • अदरक को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
    • इन टुकड़ों को कूटकर या ग्रेटर से कद्दूकस करके रस निकाल लें। आप मिक्सर का भी उपयोग कर सकते हैं।
  2. मिश्रण बनाना:

    • अदरक का रस 1-2 चम्मच मात्रा में निकालें।
    • इस रस को एक छोटी कटोरी में डालें।
    • उसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाएं।
    • अच्छी तरह से मिलाकर एक समान मिश्रण बना लें।

सेवन करने का तरीका:

  • इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार सेवन करें।
  • प्रत्येक बार 1 चम्मच मात्रा में लें।

फायदे:

  • अदरक में प्राकृतिक एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं और खांसी को शांत करते हैं।
  • शहद गले को कोट करता है और उसकी जलन को कम करता है। इसमें भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

सावधानियाँ:

  • अगर आप या आपके बच्चे को शहद से एलर्जी है, तो इसका उपयोग न करें।
  • 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को शहद न दें, क्योंकि इससे बोटुलिज़्म का खतरा हो सकता है।
  • अगर खांसी लंबी अवधि तक बनी रहती है या गंभीर होती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

यह मिश्रण न केवल खांसी को कम करने में मदद करता है, बल्कि गले की खराश और अन्य सम्बंधित समस्याओं में भी राहत प्रदान करता है।

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हल्दी वाला दूध

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

हल्दी वाला दूध, जिसे “गोल्डन मिल्क” भी कहा जाता है, खांसी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक पुराना घरेलू उपाय है। इसमें हल्दी के साथ दूध के गुण मिलकर गले की सूजन को कम करने और खांसी को शांत करने में मदद करते हैं। इसे बनाने की विधि बहुत ही सरल है।

हल्दी वाला दूध तैयार करने की विधि:

सामग्री:

  • 1 कप दूध (गाय का दूध या कोई अन्य विकल्प जैसे बादाम का दूध)
  • 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर (वैकल्पिक, हल्दी के अवशोषण को बढ़ाने के लिए)
  • 1 चम्मच शहद या गुड़ (स्वाद के लिए, वैकल्पिक)
  • एक छोटा टुकड़ा अदरक (कद्दूकस किया हुआ, वैकल्पिक)
  • एक चुटकी इलायची पाउडर या दालचीनी पाउडर (स्वाद के लिए, वैकल्पिक)

विधि:

  1. दूध को गरम करें:

    • एक छोटे सॉसपैन में 1 कप दूध डालें।
    • इसे मध्यम आंच पर गरम करें, जब तक कि यह हल्का उबलने लगे।
  2. हल्दी और अन्य सामग्री मिलाएं:

    • दूध में 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर डालें।
    • अगर आप काली मिर्च पाउडर, अदरक, इलायची पाउडर या दालचीनी पाउडर का उपयोग कर रहे हैं, तो इन्हें भी दूध में मिलाएं।
    • सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं और इसे धीमी आंच पर 3-5 मिनट तक उबालें, ताकि हल्दी और अन्य मसालों के गुण दूध में अच्छी तरह से मिल जाएं।
  3. छानना और परोसना:

    • अगर आप अदरक का टुकड़ा या कोई अन्य ठोस सामग्री इस्तेमाल कर रहे हैं, तो दूध को छान लें।
    • दूध को कप में डालें।
    • स्वाद के लिए इसमें 1 चम्मच शहद या गुड़ मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं।

सेवन करने का तरीका:

  • इस गर्म हल्दी वाले दूध को सोने से पहले पीना सबसे अच्छा होता है। यह गले को आराम देता है और आपको अच्छी नींद में मदद करता है।

फायदे:

  • हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट है। यह गले की सूजन को कम करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
  • दूध में कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर को पोषण प्रदान करते हैं और गले को राहत देते हैं।
  • काली मिर्च हल्दी के करक्यूमिन के अवशोषण को बढ़ाती है, जिससे इसका प्रभाव अधिक होता है।
  • शहद गले को कोट करता है और उसकी जलन को कम करता है।

सावधानियाँ:

  • अगर आप को दूध या हल्दी से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें।
  • अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करने से पेट में गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
  • अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहती है या गंभीर होती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

हल्दी वाला दूध न केवल खांसी में आराम देता है, बल्कि यह शरीर के लिए कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है। (खांसी का इलाज घरेलू)

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तुलसी और शहद

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

तुलसी और शहद का मिश्रण खांसी और गले की समस्याओं के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जबकि शहद गले को कोट करता है और उसकी जलन को कम करता है। यहाँ इस मिश्रण को तैयार करने और उपयोग करने की विधि दी गई है

तुलसी और शहद का मिश्रण तैयार करने की विधि

सामग्री:

  • 8-10 ताजे तुलसी के पत्ते
  • 1-2 चम्मच शहद
  • 1 कप पानी

विधि:

  1. तुलसी का रस निकालना:

    • सबसे पहले, तुलसी के ताजे पत्तों को अच्छी तरह धो लें।
    • इन पत्तों को कूटकर या पीसकर उनका रस निकाल लें। अगर तुलसी का रस निकालना मुश्किल हो, तो आप इन्हें सीधे पानी में उबाल सकते हैं।
  2. तुलसी का अर्क बनाना:

    • एक कप पानी में तुलसी के पत्ते डालकर उबालें।
    • इसे 5-10 मिनट तक उबलने दें, जब तक पानी आधा न हो जाए।
    • इस मिश्रण को छान लें और तुलसी के पत्ते निकाल दें।
  3. शहद मिलाना:

    • इस छाने हुए तुलसी के अर्क को हल्का ठंडा होने दें।
    • इसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं।

सेवन करने का तरीका:

  • इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार सेवन करें। आप इसे सुबह और रात को सोने से पहले भी ले सकते हैं।

फायदे:

  • तुलसी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो खांसी और गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
  • शहद गले को कोट करता है, जिससे गले की जलन और खांसी में आराम मिलता है।
  • तुलसी का नियमित सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और सर्दी-खांसी से बचाव करता है।

सावधानियाँ:

  • अगर आप को शहद से एलर्जी है, तो इसका उपयोग न करें।
  • 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को शहद न दें, क्योंकि इससे बोटुलिज़्म का खतरा हो सकता है।
  • अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहती है या गंभीर होती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

तुलसी और शहद का यह सरल मिश्रण न केवल खांसी को शांत करता है, बल्कि यह सामान्य स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में सहायक होता है। (खांसी का इलाज घरेलू)

अदरक की चाय

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

अदरक की चाय खांसी और गले की समस्याओं के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। अदरक में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करते हैं और खांसी को राहत प्रदान करते हैं। यहाँ अदरक की चाय बनाने की विधि दी गई है:

अदरक की चाय बनाने की विधि

सामग्री:

  • 1-2 इंच ताजा अदरक का टुकड़ा
  • 2 कप पानी
  • 1-2 चम्मच शहद (स्वाद के लिए)
  • 1-2 चम्मच नींबू का रस (स्वाद के लिए, वैकल्पिक)

विधि:

  1. अदरक को तैयार करना:

    • अदरक का ताजा टुकड़ा लें और इसे अच्छी तरह धो लें।
    • अदरक को छीलकर पतले टुकड़ों में काट लें या कद्दूकस कर लें।
  2. अदरक को उबालना:

    • एक छोटे सॉसपैन में 2 कप पानी डालें।
    • इसमें कटा हुआ अदरक डालें।
    • पानी को मध्यम आंच पर उबालें और इसे 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें, ताकि अदरक के सभी गुण पानी में आ जाएं।
  3. चाय को छानना:

    • इस उबले हुए मिश्रण को छान लें और अदरक के टुकड़ों को निकाल दें।
    • अदरक का रस अच्छी तरह से मिल चुका होगा।
  4. शहद और नींबू मिलाना:

    • इस छाने हुए अदरक के रस में 1-2 चम्मच शहद मिलाएं।
    • स्वाद के लिए 1-2 चम्मच नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
    • अच्छी तरह से हिलाएं और गर्म-गर्म पिएं।

सेवन करने का तरीका:

  • इस अदरक की चाय को दिन में 2-3 बार सेवन करें, विशेष रूप से सुबह और रात को सोने से पहले।

फायदे:

  • अदरक में प्राकृतिक एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करते हैं और खांसी में राहत प्रदान करते हैं।
  • शहद गले को कोट करता है और उसकी जलन को कम करता है। यह खांसी को भी शांत करता है।
  • नींबू में विटामिन C होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

सावधानियाँ:

  • अगर आप को अदरक से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें।
  • अगर आप गर्भवती हैं या किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो अदरक की चाय पीने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
  • अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहती है या गंभीर होती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

अदरक की चाय न केवल खांसी में राहत देती है, बल्कि यह सर्दी, जुकाम और गले की अन्य समस्याओं के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसे बनाना आसान है और इसके नियमित सेवन से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। (खांसी का इलाज घरेलू)

लौंग और शहद

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

लौंग और शहद का मिश्रण खांसी और गले की समस्याओं के लिए एक पुराना और प्रभावी घरेलू उपाय है। लौंग में एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खांसी को कम करने में मदद करते हैं, जबकि शहद गले को कोट करके उसकी जलन को शांत करता है। यहाँ इस मिश्रण को तैयार करने और उपयोग करने की विधि दी गई है:

लौंग और शहद का मिश्रण तैयार करने की विधि

सामग्री:

  • 2-3 लौंग
  • 1 कप पानी
  • 1-2 चम्मच शहद

विधि:

  1. लौंग को उबालना:

    • सबसे पहले, 2-3 लौंग को एक कप पानी में डालें।
    • इस पानी को मध्यम आंच पर उबालें।
    • पानी को तब तक उबालें जब तक वह आधा न हो जाए, जिससे लौंग का अर्क पानी में अच्छी तरह से मिल जाए।
  2. चाय को छानना:

    • उबले हुए मिश्रण को छानकर लौंग निकाल दें।
    • अब आपके पास लौंग का अर्क वाला पानी होगा।
  3. शहद मिलाना:

    • इस लौंग के अर्क वाले पानी को हल्का ठंडा होने दें।
    • इसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह से हिलाएं।

सेवन करने का तरीका:

  • इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार सेवन करें। इसे सुबह और रात को सोने से पहले लेना अधिक फायदेमंद हो सकता है।

फायदे:

  • लौंग में यूजेनॉल होता है, जो एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी एजेंट है। यह गले की सूजन को कम करने और खांसी को शांत करने में मदद करता है।
  • शहद गले को कोट करके उसकी जलन को कम करता है और खांसी को राहत प्रदान करता है। इसमें भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

सावधानियाँ:

  • अगर आप को लौंग या शहद से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें।
  • 1 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को शहद न दें, क्योंकि इससे बोटुलिज़्म का खतरा हो सकता है।
  • यदि खांसी लंबे समय तक बनी रहती है या गंभीर होती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

लौंग और शहद का यह मिश्रण न केवल खांसी को कम करने में मदद करता है, बल्कि गले की खराश और अन्य सम्बंधित समस्याओं में भी राहत प्रदान करता है। इसे बनाना आसान है और इसके नियमित सेवन से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। (खांसी का इलाज घरेलू)

नमक के पानी से गरारे

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

नमक के पानी से गरारे करना एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपाय है, जो खांसी, गले की खराश और संक्रमण को कम करने में मदद करता है। नमक में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो गले में सूजन और संक्रमण को कम करते हैं। यह उपाय विशेष रूप से गले की सफाई और गले के अंदर बलगम को ढीला करने में सहायक होता है। यहाँ नमक के पानी से गरारे करने की विधि दी गई है:

नमक के पानी से गरारे करने की विधि

सामग्री:

  • 1 गिलास (250 मिलीलीटर) गर्म पानी
  • 1/2 चम्मच नमक

विधि:

  1. गर्म पानी तैयार करना:

    • एक गिलास में गर्म पानी लें। ध्यान रखें कि पानी बहुत गर्म न हो, केवल इतना कि गरारे करने में आरामदायक हो।
  2. नमक मिलाना:

    • इस गर्म पानी में 1/2 चम्मच नमक मिलाएं।
    • नमक को अच्छी तरह घुलने तक हिलाएं।
  3. गरारे करना:

    • इस नमक के पानी का एक छोटा घूंट लें।
    • सिर को पीछे की ओर झुकाकर लगभग 30 सेकंड तक गरारे करें।
    • फिर पानी को थूक दें।
    • इसी प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक कि गिलास का सारा पानी खत्म न हो जाए।

फायदे:

  • सूजन कम करना: नमक का पानी गले की सूजन को कम करने में मदद करता है।
  • संक्रमण से लड़ना: नमक का एंटीसेप्टिक गुण गले में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस को मारता है।
  • गले की सफाई: यह गले की सफाई करता है और बलगम को ढीला करता है, जिससे खांसी में राहत मिलती है।

सावधानियाँ:

  • गरारे करते समय पानी को निगलने की कोशिश न करें।
  • बहुत अधिक नमक का उपयोग न करें, क्योंकि इससे गले में जलन हो सकती है।
  • गरारे करने के बाद 30 मिनट तक कुछ खाने-पीने से बचें, ताकि नमक का प्रभाव बना रहे।

कितनी बार करें:

  • दिन में 2-3 बार नमक के पानी से गरारे करें, विशेषकर सुबह और रात को सोने से पहले।

नमक के पानी से गरारे करने से गले की समस्याओं में जल्दी राहत मिलती है और यह एक सुरक्षित और सरल घरेलू उपाय है। यदि खांसी और गले की खराश लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। (खांसी का इलाज घरेलू)

भाप लेना

खांसी का इलाज घरेलू क्रिया 

भाप लेना (Steam Inhalation) खांसी, सर्दी, और गले की समस्याओं के लिए एक प्रभावी घरेलू उपाय है। भाप लेने से बलगम ढीला होता है और गले व नाक की नलिकाओं में जमा कफ साफ हो जाता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है और खांसी में राहत मिलती है। यहाँ भाप लेने की विधि दी गई है:

भाप लेने की विधि

सामग्री:

  • एक बड़ा बर्तन या सॉसपैन
  • पानी
  • तौलिए
  • कुछ बूंदें विक्स या यूकेलिप्टस तेल (वैकल्पिक)

विधि:

  1. पानी गरम करना:

    • एक बड़े बर्तन में पानी डालें।
    • इसे स्टोव पर रखें और उबाल आने तक गरम करें।
  2. भाप तैयार करना:

    • जब पानी उबलने लगे, तो स्टोव बंद कर दें।
    • अगर आप विक्स या यूकेलिप्टस तेल का उपयोग कर रहे हैं, तो उबलते पानी में 2-3 बूंदें डालें।
    • बर्तन को किसी सुरक्षित स्थान पर रखें जहां आप आराम से बैठ सकें।
  3. भाप लेना:

    • अपने सिर और बर्तन को ढकने के लिए एक बड़ा तौलिया लें, ताकि भाप बाहर न निकले।
    • सिर को बर्तन के ऊपर झुकाएं, लेकिन ध्यान रखें कि बहुत पास न जाएं ताकि जलन न हो।
    • आँखें बंद करें और गहरी सांस लें। भाप को नाक और मुँह दोनों से अंदर लें।
    • इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक जारी रखें।

फायदे:

  • बलगम ढीला करना: भाप बलगम को ढीला करती है, जिससे गले और नाक की नलिकाओं में जमा कफ साफ होता है।
  • साइनस की सफाई: साइनस के बंद होने पर भाप लेने से साइनस खुलते हैं और दबाव कम होता है।
  • खांसी में राहत: भाप लेने से खांसी में तुरंत आराम मिलता है और गले की खराश कम होती है।

सावधानियाँ:

  • भाप लेते समय बहुत ज्यादा झुकने से बचें, ताकि जलन से बचा जा सके।
  • बच्चों के लिए भाप लेना सुरक्षित है, लेकिन उन्हें इस प्रक्रिया के दौरान हमेशा वयस्क की निगरानी में रखें।
  • अगर आपको अस्थमा या अन्य श्वसन समस्याएँ हैं, तो भाप लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
  • भाप लेने के तुरंत बाद ठंडी हवा में न जाएं, क्योंकि इससे स्थिति और बिगड़ सकती है।

कितनी बार करें:

  • दिन में 2-3 बार भाप लें, विशेषकर सुबह और रात को सोने से पहले।

भाप लेना एक सरल और प्राकृतिक तरीका है, जिससे खांसी, सर्दी, और गले की समस्याओं में राहत मिलती है। इसे नियमित रूप से करने से नाक और गले की सफाई बनी रहती है और श्वसन प्रणाली बेहतर ढंग से काम करती है। (खांसी का इलाज घरेलू)

मुलेठी का सेवन

मुलेठी (Licorice) का सेवन खांसी और गले की समस्याओं के लिए एक पुराना और प्रभावी घरेलू उपाय है। मुलेठी में प्राकृतिक एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने और खांसी में राहत देने में मदद करते हैं। यहाँ मुलेठी का सेवन करने के कुछ तरीके दिए गए हैं:

मुलेठी का सेवन करने के तरीके

1. मुलेठी की चाय:

सामग्री:

  • 1-2 टुकड़े सूखी मुलेठी जड़ (लगभग 1-2 इंच)
  • 2 कप पानी
  • 1 चम्मच शहद (स्वाद के लिए)

विधि:

  1. एक छोटे सॉसपैन में 2 कप पानी डालें।
  2. इसमें 1-2 टुकड़े सूखी मुलेठी जड़ डालें।
  3. इसे मध्यम आंच पर उबालें और फिर धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक पकने दें।
  4. चाय को छान लें और इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं।
  5. इसे गर्म-गर्म पिएं। दिन में 2-3 बार इस चाय का सेवन करें।

2. मुलेठी पाउडर और शहद:

सामग्री:

  • 1/2 चम्मच मुलेठी पाउडर
  • 1 चम्मच शहद

विधि:

  1. 1/2 चम्मच मुलेठी पाउडर लें।
  2. इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं और अच्छी तरह से मिलाएं।
  3. इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार सेवन करें।

3. मुलेठी की गोली:

अगर आप मुलेठी की जड़ या पाउडर का सेवन नहीं कर सकते, तो बाजार में उपलब्ध मुलेठी की गोलियों का उपयोग कर सकते हैं। इन्हें दिन में 2-3 बार चूसने से भी खांसी और गले की समस्याओं में राहत मिलती है।

फायदे:

  • गले की सूजन कम करना: मुलेठी में प्राकृतिक एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करते हैं।
  • खांसी में राहत: मुलेठी गले को कोट करती है और उसकी जलन को कम करती है, जिससे खांसी में राहत मिलती है।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करना: मुलेठी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

सावधानियाँ:

  • मुलेठी का अधिक सेवन न करें, क्योंकि इससे उच्च रक्तचाप, पोटेशियम की कमी, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
  • गर्भवती महिलाओं और हृदय रोगियों को मुलेठी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
  • यदि आप किसी भी प्रकार की दवा ले रहे हैं, तो मुलेठी का सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें, क्योंकि यह कुछ दवाओं के साथ इंटरैक्ट कर सकती है।

मुलेठी का सेवन खांसी और गले की समस्याओं में राहत देने के लिए एक सरल और प्रभावी उपाय है। इसे सुरक्षित मात्रा में और सही तरीके से सेवन करने से आप अपने स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। (खांसी का इलाज घरेलू)

खांसी का इलाज घरेलू डॉ .

खांसी का इलाज घरेलू उपचार के अलावा, यदि खांसी गंभीर हो या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श करना बेहतर होता है। डॉक्टर आपकी स्थिति का निरीक्षण करेंगे और आपके लिए सही उपाय या दवा प्रस्तावित करेंगे।

वे आपके लिए कुछ परीक्षण करवा सकते हैं, जैसे की X-रे या किसी अन्य टेस्ट को आवश्यक मान सकते हैं या फिर आपके लक्षणों के आधार पर दवाओं का परीक्षण कर सकते हैं। वे आपको सही और सटीक सलाह देंगे जो आपके लिए सबसे उपयुक्त हो।

किसी भी दवा का उपयोग करने से पहले, खांसी के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सुरक्षित और उपयुक्त होता है। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री, वर्तमान लक्षण, और अन्य संबंधित परिस्थितियों का मूल्यांकन करेंगे और फिर उपयुक्त उपचार प्रदान करेंगे।

FAQ

5 मिनट में खांसी से छुटकारा कैसे पाएं?

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

खांसी तुरंत कैसे खत्म करें?

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

ज्यादा खांसी आने पर क्या खाना चाहिए?

Lखांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

खांसी ठीक नहीं हो रहा है क्या करें?

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पांच मिनट में खांसी से छुटकारा कैसे पाएं?

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रात में बहुत खांसी आती है तो क्या करें?

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अगर मेरी खांसी बंद नहीं हो रही है तो क्या होगा?

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

घर पर खांसी ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

क्या खांसी में दूध पी सकते हैं?

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

खांसी ठीक नहीं हो रही है क्या करें

खांसी का इलाज घरेलू किया जा सकता है शहद और अदरक,हल्दी वाला दूध,नमक पानी से गरारे,तुलसी की पत्तियां,भाप लेना,लहसुन और शहद,अजवाइन और गुड़ का काढ़ा यहां कुछ ऐसे उपाय हैं जो खांसी से राहत दिला सकते हैं

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